चीन का Tianwen-2 अंतरिक्ष यान ने भेजी पहली तस्वीर, रहस्यमयी Quasi-Moon Asteroid Kamo’oalewa की ओर बढ़ा

बीजिंग, 8 जून 2025: चीन ने Space Exploration में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। Tianwen-2 अंतरिक्ष यान ने अपनी पहली तस्वीर पृथ्वी पर भेजी है, जो इस Mission का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह यान 28 मई 2025 को Long March 3B rocket से Xichang Satellite Launch Centre से लॉन्च हुआ था और अब यह पृथ्वी से 30 लाख किलोमीटर (19 लाख मील) से अधिक दूरी पर सफ़र कर रहा है। इसका लक्ष्य है near-Earth asteroid Kamo’oalewa तक पहुंचना, जोकि पृथ्वी के सात quasi-moons में से एक है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह asteroid हमारे चांद का एक हिस्सा हो सकता है। यह मिशन सौरमंडल के रहस्यों को खोलने और वैज्ञानिक खोजों को बढ़ाने में मदद करेगा।
Tianwen-2 मिशन का लक्ष्य
Tianwen-2 का मुख्य उद्देश्य Kamo’oalewa एस्टेरोइड से नमूने लेना और उन्हें 2027 तक पृथ्वी पर वापस लाना है। इसके बाद, ये स्पसक्रेफ्ट comet 311P/PANSTARRS की ओर बढ़ेगा। यह मिशन चीन की अंतरिक्ष एजेंसी CNSA की महत्वाकांक्षी योजनाओं का हिस्सा है, हाल ही में चीन के Tianwen-1 ने भी मंगल ग्रह पर Zhurong rover की सफल लैंडिंग की थी। जिस एस्टेरोइड को ये मिशन Explore करने निकला है यानि Kamo’oalewa एक quasi-moon है, जो पृथ्वी के चारों ओर एक बहुत ही Complex Orbit में चक्कर लगाता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह चांद की सतह से निकला टुकड़ा हो सकता है, जो लाखों साल पहले किसी टक्कर की वजह से अंतरिक्ष में पहुंच गया होगा।
पहली तस्वीर का महत्व

China National Space Administration (CNSA) ने Tianwen-2 के engineering camera से ली गई पहली तस्वीर जारी की है। इस तस्वीर में यान का एक circular solar panel दिखता है, जो NASA के Lucy mission के सोलर पैनल्स जैसा ही लग रहा है। यह तस्वीर यान की तकनीकी स्थिति और कार्यक्षमता को दर्शाती है, जो इस लंबी यात्रा के लिए जरूरी है। यह तस्वीर बताती है कि चीन का ये मिशन एकदम सही दिशा में जा रहा है और इस स्पसक्रेफ्ट पर फिलहाल सब कुछ ठीक काम कर रहा हैं। यह Space Lovers के लिए Exciting News है।
Kamo’oalewa: एक रहस्यमयी Asteroid
Kamo’oalewa Asteroid, जिसे 2016 HO3 भी कहा जाता है, हवाई भाषा में इसका मतलब है “आकाश में हिलता हुआ पिंड”। यह asteroid 40 से 100 मीटर चौड़ा है और ये अपने अनोखे व्यवहार के लिए जाना जाता है। यह पृथ्वी के चारों ओर एक बहुत ही जटिल कक्षा में घूमता है, जिसकी वजह से इसे quasi-moon भी कहते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इतिहास में किसी बड़े उल्कापिंड के टकराव की वजह से ये हमारे चाँद से अलग हुआ कोई टुकड़ा हो सकता है जो धरती के गुरुत्सेवाकर्षण को मात नहीं दे पाया। Tianwen-2 इस asteroid की सतह से नमूने लेगा, ताकि यह पुष्टि हो सके कि क्या यह वास्तव में चांद का हिस्सा है। इन नमूनों से सौरमंडल और चांद के इतिहास के बारे में नई जानकारी मिलेगी।
मिशन की तकनीकी खासियतें
Tianwen-2 को लंबी अंतरिक्ष यात्रा और जटिल कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें दो बड़े solar arrays हैं, जो इसे उर्जा देते हैं। यान में spectrometers, high-resolution cameras, radar sounder, magnetometer, और dust/gas analysis machines जैसे 11 वैज्ञानिक उपकरण हैं। ये उपकरण Kamo’oalewa की सतह, संरचना और संभावित जल या organic material की मौजूदगी का अध्ययन करेंगे। मिशन के दौरान ये स्पसक्रेफ्ट तीन तरह की sampling techniques का इस्तेमाल करेगा:
- hover sampling
- touch-and-go
- anchored drilling
यह मिशन 2026 में Kamo’oalewa पहुंचेगा और कई महीनों तक इसका अध्ययन करेगा।
अंतरिक्ष में चीन की बढ़ती ताकत
चीन का यह मिशन उसके अंतरिक्ष कार्यक्रम की ताकत को दिखाता है। Tianwen-1 की मंगल सफलता और Chang’e-6 के चांद के नमूने लाने के बाद, Tianwen-2 ने चीन को NASA और ESA जैसे संगठनों के बराबर ला खड़ा किया है। यह मिशन sample return technology की जटिलताओं को दिखाता है, क्योंकि Kamo’oalewa का गुरुत्वाकर्षण चांद से बहुत कम है, जिससे सैंपल लेना मुश्किल है। यह मिशन अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देता है।
भविष्य की संभावनाएं
Tianwen-2 की सफलता से Kamo’oalewa Asteroid और comet 311P/PANSTARRS के रहस्य खुलेंगे। नमूने 2027 में पृथ्वी पर आएंगे, जिनका विश्लेषण सौरमंडल की शुरुआत और पानी की उत्पत्ति को समझने में मदद करेगा। मिशन का दूसरा हिस्सा, जिसमें यान comet की ओर जाएगा, 2035 तक चलेगा। Comets को सौरमंडल के प्राचीन अवशेष माना जाता है, और इनका अध्ययन ग्रहों की शुरुआत को समझने में सहायक होगा।
FAQ
1. Tianwen-2 मिशन क्या है?
Tianwen-2 चीन का एक अंतरिक्ष मिशन है, जो Kamo’oalewa asteroid से नमूने लेगा और फिर comet 311P/PANSTARRS का अध्ययन करेगा।
2. Kamo’oalewa क्या है?
Kamo’oalewa एक near-Earth asteroid और quasi-moon है, जो पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। यह संभवतः चांद का टुकड़ा है।
3. Tianwen-2 कब लॉन्च हुआ?
यह 28 मई 2025 को Long March 3B rocket से लॉन्च हुआ था।
4. मिशन के नमूने कब पृथ्वी पर आएंगे?
नमूने 2027 में पृथ्वी पर लौटेंगे।
5. Tianwen-2 में कौन-से उपकरण हैं?
इसमें spectrometers, cameras, radar, magnetometer, और dust/gas analyzers जैसे उपकरण हैं।