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9th Planet : हमारे सौरमंडल में छिपा Mysterious Planet

9th Planet पर हम सब के बीच में बहुत सी अवधारणा है कि solar system से बाहर निकला एक planet अब धरती से टकराने वाला है? क्या धरती खत्म होने वाली है? ऐसे बहुत सी अफवाहे या फिर कहें भविष्यवाणियां समय समय पर की जाती रही है। लेकिन अभी तक कोई भी भविष्यवाणी सच साबित नही हुई है।

ऐसी ही एक भविष्यवाणी 1995 में की गई थी कि 21 वीं शताब्दी के दौरान हमारे सौर मंडल का 9th ग्रह, जो खो चुका है, धरती से टकराने वाला है। क्या सच मे ऐसा होने वाला है, इसके बारे में जानने से पहले हम यह समझने की कोशिश करते है कि क्या हमारे solar system में नौ ग्रह थे? यदि हाँ तो फिर वह नौ वां ग्रह कहाँ गया?

शुरूआती सौरमंडल कैसे बना

वह नवां ग्रह कहाँ गया इसके बारे में जानने से पहले हमें एक सवाल का जवाब जानना सबसे ज्याद जरूरी है की हमारे solar system में एक ग्रह कि कमी है, इस बात का पता वैज्ञानिकों को कैसे चला?

हमारे solar system में आज आठ planets है। जिसमे सूरज एक तारा है तो वही बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल जैसे चार terrestrial planet है और इनके अलावा चार gas giant और ice giant planets हैं। ब्रहस्पति ग्रह और शनि ग्रह गैसीय ग्रहों में गिने जाते हैं, वहीं बाहरी 2 ग्रह यूरेनस और नेपच्यून गैसीय बर्फीले ग्रह माने जाते हैं। इसके अलावा हमारे solar system में dwarf planet, natural satellite, Asteroids Belt और Kuiper Belt भी मौजूद है।

 ऐसा माना जाता है कि आज से करीब 4.6 billion साल पहले एक solar nebula में हुए एक विस्फोट के कारण हमारा सौर मडंल अस्तित्व में आया।

हमारे सौर मंडल का निर्माण आज की तरह आठ ग्रहों के साथ नही हुआ था बल्कि इसमे आज के मुकाबले ज्यादा ग्रह मौजूद रहे होंगे। क्योंकि जब हम पृथ्वी से अपने चाँद के बनने की theory को study करते है तो हमे पता चलता है कि शुरुआती solar system में पृथ्वी से मंगल ग्रह के आकार का Theia नाम का एक ग्रह टकराया था और इसी टक्कर के कारण पृथ्वी के चाँद का निर्माण हुआ था।

इस कारण से यह माना जा सकता है कि उस समय Theia जैसे बड़े ग्रह हमारे solar system में मौजूद रहे होंगे और वे सभी ग्रह एक दूसरे से टकराकर खत्म हो गए होंगे, या फिर उनकी टक्कर के कारण moons और Asteroids Belt का जन्म हुआ होगा। जब अंत में यह विनाशलीला रुकी तब तक हमारे solar system में आठ planets, उनके moons, Asteroids Belt और dwarf planets ही बचे होंगे।

सौरमंडल का नौवां ग्रह कैसे पता चला? 9th Planet Hypothesis

लेकिन कुछ Research इस बात की तरफ भी इशारा करती है कि भले ही उस समय सभी planets आपस में टकराकर खत्म हो गए होंगे, लेकिन हमारे सौर मंडल में आठ ग्रहों के अलावा एक ग्रह और भी था। जिसके बारे में ये कहा जा सकता की उसे धक्के मारकर दुसरे ग्रहों द्वारा हमारे सौरमंडल से निकाल दिया गया था। अधिकतर वैज्ञानिक इस पर एक मत दिखाई देते है कि बाहर निकाला गया वो ग्रह Ice Giant या फिर Gas Giant Planet रहा होगा।

साल 2011 में Southwest Research Institute के एक Astronomer David Nesvorny ने एक research paper publish किया। इस research paper को उन्होंने एक Computer Simulation Model की मदद से तैयार किया था। जिसकी help से वे outer  planets के migration को study करना चाहते थे। जब कोई planet किसी gas giants या फिर ice giants  planets के पास होता है तो इससे या तो उसका orbit बड़ा या फिर छोटा हो जाता है।

इस Research के लिए Motivation का काम इस बात ने किया कि हमारे Solar System में दूसरे Exoplanets के मुकाबले ज्यादा Space और Nearly Circular Planetary Orbits मौजूद है। जबकि ऐसा किसी भी solar system में मौजूद नही है। अपने इस Simulation की help से Nesvorny ने solar system से सम्बंधित अलग-अलग परिस्थितिओं को apply किया तो वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे की gas giants saturn के orbit और Neptune के orbit के बीच कही वो नौवां ग्रह मौजूद रहा होगा। इस नौवें ग्रह का mass लगभग यूरेनस ग्रह के जितना ही रहा होगा।

अपने इस Simulation में Nesvorny ने कई Criteria पर काम किया। जिसमे पहला Criteria यह था कि Final Planetary Alignment में चार Gases Giants होने चाहिए, जैसे कि सौरमंडल में आज के समय में मौजूद है। दूसरा Criteria यह था कि इस चार planets के orbits, आज के planets के orbits से मिलते जुलते होने चाहिए और तीसरा Criteria eccentricities of the orbits का था। जिसमे eccentricities का मतलब है की किसी planet का orbits कितना गोलाकार और अंडाकार होगा। इसके अलावा computer simulation के लिए Nesvorny ने एक Criteria को ओर include किया। इस Criteria में ब्रहस्पति और शनि ग्रह के Orbital Period के Ratio को Compare किया गया।

इन सभी Criteria के Base पर Nesvorny ने Asteroids Belt के बाद चार और पांच Planets यानी कि Solar System में आठ और नौ Planets की Position के Base पर अलग अलग data collect किया। इस तरह से मिलने वाले Data को अलग अलग factors की help से recheck किया गया।

बाद में जब इसका final result सामने आया तो, वह बहुत ही ज्यादा चौकाने वाले था। क्योंकि Nesvorny का computer simulation model इस बात की तरफ इशारा कर रहा था कि हमारे solar system में Asteroids Belt के बाद चार नही बल्कि पांच planets होने चाहिए। यानी की हमारे solar system में आठ नही बल्कि नौ planets होने चाहिए।

नौवां ग्रह कैसे बाहर निकला

Nesvorny के Computer Simulation Model का मानना था कि वर्तमान में हमारे Solar System में Asteroids Belt के बाद के सभी Planets, उनके Orbits और Mass के आधार पर Saturn और Neptune के बीच या तो किसी Ice Giants या फिर Gas Giants को जरूर मौजूद होना चाहिए था और इसका Mass करीब-करीब Uranus Planets जितना ही होना चाहिए। इस Data ने वैज्ञानिको की नींद उड़ा दी थी क्योंकी इस Data का मानना था कि हमारे Solar System से एक Planet गायब हो गया है। ग्रह एक बहुत बड़ा खगोलीय पिंड होता है, वो ऐसे ही कहीं नहीं जा सकता, फिर वो आखिर गया तो गया कहाँ पर। यह सबसे बड़ा सवाल था।

 तो क्या यह माना जाए कि शुरुआती solar system में होने वाली उथल-पुथल में इस नौवें ग्रह को किसी दुसरे ग्रह ने धक्के मारकर बाहर का रास्ता दिखा दिया हो?

इस Computer Simulation Model के अनुसार सौर मंडल के जन्म के करीब 8 लाख 20 हजार साल बाद Asteroids Belt के बाहर मौजूद पांचवे Planet को हमारे Solar system से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद ही Solar system में मौजूद बाकी के Planets के बीच होने होने वाली टक्करों की घटनाएं पूरी तरह से बन्द हो गई और ये सभी planets आज के solar system में मौजूद अपने अपने orbit मे पहुंच गए। इस तरह से भयानक तहस नहस से भरा हमारा यह solar system पूरी तरह से stable हो गया।

9th PLANET
PLANET 9

9th Planet कहाँ गायब हो गया?

वैज्ञानिको के सामने एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि हमारे Solar system से एक Planet गायब हो गया और उसके बारे में आज तक किसी को कुछ पता नही है। इस Ghost Planet का पता लगाने के लिए साल 2015 में University of Toronto के Ryan Cloutier, Daniel Tamayo and Diana Valencia ने solar system से जुड़े Computer simulation model को study करना शुरू किया। इस simulation से वे इस बात का पता लगाना चाहते थे कि जो पांचवा Planet गायब हो चुका था। उसे हमारे solar system से बाहर का रास्ता दिखाने में कही Jupiter और Saturn जैसे Planets का हाथ तो नही था?

इसके लिए वैज्ञानिको ने Jupiter के moon Callisto और Saturn के Moon Iapetus के orbits पर टकराव की घटना के बाद होने वाले effect को study करना शुरू किया।

वैज्ञानिक Computer Simulation Model में इस Data के साथ आगे बढ़े की खो चुके पांचवे Planet की टक्कर Jupiter और Saturn में से किसी एक से हुई होगी और इसके अलावा उन्होंने यह भी मान लिया कि उस 9th planet का mass Uranus के जितना ही था। इसके बाद वैज्ञानिको ने बहुत ही करीब से यानी करीब 0.02 AU की Distance पर होने वाली टक्करों की घटनाओं का Simulation Model तैयार करना शुरू किया।

इस तरह से मिलने वाले data का Analysis भी करना शुरू किया। वैज्ञानिक टक्कर की Distance को लगातार बदलते रहे और उन्होंने इसे तब तक बदला जब तक Computer Simulation Model ने किसी Planet को सौर मंडल से बाहर निकाले जाने के दावे की पुष्टि नही कर दी।

इस तरह से तैयार हुए Simulation Model और इससे मिलने वाले Data के बेस पर बहुत ही चौकाने वाली जानकारी सामने आई। Computer Simulation Model के अनुसार आज Jupiter के moon Callisto का जो orbit है। उसके ऐसा होने के पीछे का कारण Solar system से बाहर निकला वो 9th planet ही है। क्योंकि Jupiter और 9th planet के बीच हुई टक्कर ने ही इसके Orbit को आज की जगह पर लाकर stable कर दिया था। इसका मतलब यह यह था कि हमारे Solar System में सच मे एक Ice Giants था और आज वह हमसे कही दूर इस अंतहीन ब्रह्माण्ड में खो गया है।

वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने के लिए Computer Simulation Data को Saturn पर भी apply करते है कि कही हमारा, Jupiter को ही इस पूरे Ejection के लिए जिम्मेदार ठहराना गलत तो नही है, कही इसमे मिली जुली भूमिका Saturn की तो नही रही।

 जब वैज्ञानिक इससे जुड़े computer simulation data को study किया तो यह साफ हो गया कि Saturn का इस घटना से कोई लेना देना नही था क्योंकि टक्कर के बाद Saturn के Moon Iapetus के orbit को आज के orbit में नही होना चाहिए था, बल्कि इसे पूरी तरह से बदल जाना चाहिए था, जबकि यह एक भी बदला नही है। जिसका मतलब है की शनि ग्रह हमारे सौरमंडल से एक ice giants को बाहर का रास्ता नही दिखा सकता।

ऐसे ही साल 2020 में Astronomer Matthew S. Clement, Sean N. Raymond, Nathan A. CAB, Rogerio Dino, John E. Chambers and Andre Izidoro ने Jupiter और Saturn के orbit से जुड़े इतिहास को खंगालने के लिए computer simulation model पर काम करना शुरू किया। इन वैज्ञानिको ने भी Nesvorný के द्वारा काम में लिए गए चार Criteria को ही apply किया। करीब छह हजार से भी ज्यादा बार Asteroids Belt के बाद चार और पांच planets के model पर study की। लेकिन हर बार computer simulation model ने इस बात पर पक्की मुहर लगाई की हमारे solar system में Kuiper belt में चार नही बल्कि पांच planets होने चाहिए।

इसलिए ये माना जा सकता है कि हमारे solar system की शुरुआत, Asteroid belt के बाद पांच planets से हुई हो। क्योंकि पांच planets से जुड़ा simulation model ही आज के हमारे इस solar system के data से पूरी तरह से match करता है।

इस तरह से यह माना जा सकता है कि सौर मंडल की उथल-पुथल में Jupiter जैसे बड़े gas giants ने हमारे solar system से एक ice giants planets को बाहर निकाल दिया। जिसके कारण हमारे solar system में नौ planets की बजाय आज सिर्फ आठ ग्रह ही मौजूद हैं।

हमारे solar system से निकला यह ghost ice giants planet आज कहाँ पर है, हमे इस बात की कोई जानकारी नही है।

9th Planet से जुडी भविष्यवाणी

बात करें अगर नौंवे planets के धरती से टकराने से जुड़ी भविष्यवाणी की सच्चाई की तो 1995 में लेखिका Nancy leader ने Nibiru नाम के एक planets के धरती से टकराने की भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि 1995 में उनसे एलियन्स से contact किया था। जिसमे उन्होंने सौर मंडल के नौवें planets Nibiru के धरती से टकराने की बात कहीं थी। नैंसी ने उस समय कहा था कि साल 2003 में दुनिया खत्म हो जाएगी, लेकिन दुनिया खत्म नही हुई। इसके बाद नैंसी 21 जून 2020 तक नैंसी ने कई बार Nibiru के धरती से टकराने की भविष्यवाणी की लेकिन हर बार उनकी ये भविष्यवाणी गलत ही साबित हुई है।

इस तरह से ये कहा जा सकता है कि धरती से किसी दूसरे planets के टकराने की घटना से जुड़ी भविष्यवाणी सरासर गलत है। इसलिए ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की बजाय हमें अपने वैज्ञनिको पर विश्वास रखना चाहिए कि ऐसी Situation आने पर वे हमें पहले ही आगाह कर देंगे और साथ ही साथ हमें सुरक्षित रखने के लिए हर सम्भव प्रयास भी करेंगे।

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